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परिचय
सब लोग स्टॉक मार्केट में पैसा बनाने आते हैं फिर चाहे वो शॉर्ट टर्म के लिए मार्केट में आएं हों या लॉन्ग टर्म में। लेकिन एक नए आदमी जब स्टॉक मार्केट में एंटर करता है तो उसके मन में यह सवाल हमेशा आता है कि trading and investing मैंसे उसके लिए किया सही है.
और उसको ये चुनाव करने में दिक्कत होती है के वो trading and investing नई से किया शुरू करें जिससे उसको फायदा हो सके. trading and investing दोनों में बहुत फर्क है पहले कदम से लेकर लास्ट तक। तो चलिए अब इस बारे में स्टेप बाय स्टेप डिटेल में बात करते हैं के दोनों के क्या फायदे और क्या नुकसान हैं उदाहरण के साथ।
ट्रेडिंग किया है-What is Trading
ट्रेडिंग का मतलब है कि कम समय में शेयरों को खरीदना और बेचना। इसमें बाजार में और चराव में लाभ कमाया जाता है। आम तौर पर लोग 1 दिन से लेकर 1 महीने तक की ट्रेडिंग करते हैं।
- टाइमलाइन=कुछ मिनट, घंटे, या दिन के लिए लोग स्विंग और स्कैल्पिंग ट्रेडिंग करते हैं।
- टारगेट=लोगो की एक प्लानिंह होती है के कितने परसेंट का टारगेट है और प्लानिंह के बेस पर ट्रेड से एक्सिट करते है प्रिफिट और लॉस दोनो के लिये सेम मेथड है.

- example=आज 100 शेयर 50 रुपये के भाव पर खरीदे और मार्केट बंद होने से पहले 55 रुपये पर बेच दिए, प्रॉफिट लेकर बेच दिए। यही तरीका है। अगर 45 रुपये पर आ जाते हैं तो भी 500 का लॉस बुक करते हैं और बेच देते हैं।
इन्वेस्टिंग किया हिया-What is investing
इन्वेस्टिंग करने के भी दो तरीके हैं। सबसे पहले तो यह कि आप ने एक बार शेयर खरीद लिए और हमेशा के लिए अपने पास रख लिए। और दूसरा, टैक्स के हिसाब से अगर बात करें तो आपको जहां ट्रेडिंग में 15 से लेकर 30% तक का टैक्स देना होता है, वहीं हम यहां फ्यूचर और ऑप्शन को भी जोड़ रहे हैं। वहीं, आपको निवेश में अगर आप किसी भी शेयर को 1 साल बाद बेचते हैं, तो आपको उस पर LTCG (लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन) देना होता है। और उसमें भी एक फायदा है कि पिछले बजट के अनुसार, आपको 1 लाख तक के लाभ पर कोई टैक्स नहीं देना है, सिर्फ निवेश में।
इन्वेस्टिंग की जरुरी बाते
- इन्वेंटिंग में आपको टाइमलाइन थोड़ी लंबी रखनी होती है, फायदा एक लाख तक ज़ीरो टैक्स है।
- धीरे-धीरे आपकी समझ बढ़ती है और संपत्ति भी।
- लंबे समय में लॉस होने के चांस भी कम हो जाते हैं अगर आपने सही स्टॉक में निवेश किया है और आपको नीचे एवरेज करने का समय भी मिलता है जैसा कि अभी टाटा मोटर्स में लोग कर रहे हैं.
Trading and Investing Table
पैरामीटर | ट्रेडिंग | इन्वेस्टमेंट |
टाइमलाइन | कम टाइम | कम से कम 1 साल के लिए |
रिस्क | बहुत ज्यादा | अगर रिसर्च के साथ निवेश किया है तो कम जोखिम है |
एनालिसिस | टेकीनिकीयल एनालिसिस चार्ट और इंडिकेटर के साथ | फंडामेंटल एनालिसिस जरूरी है |
भावनाएँ | हमेशा तनाव में | शांत रहती है |
कैपिटल ग्रोथ | बहुत तेज़ हो सकती है ऊपर और नीचे दोनों तरफ | लंबे समय में स्थिर और निश्चित |
कुछ बेसिक और जरूरी बाते
- शेयर बाजार
- इंट्राडे ट्रेडिंग में निफ्टी के उतार-चढ़ाव से फायदा उठा सकते हैं।
- रिलायंस और एचडीएफसी बैंक जैसे शेयर को एक साल से जायदा होल्ड करना,
- म्यूचुअल फंड
- आप कम पैसे में शुरू कर सकते हैं 100 रुपए महीना से,
- क्रिप्टोक्यूरेंसी

- वोटेलिटी बहुत ज्यादा है, इंट्राडे में कमाई कर सकते हैं।
- बिटकॉइन और एथेरियम जैसे कॉइन को होल्ड करके रखे, 5 साल में अच्छे रिटर्न मिल सकते हैं।
- डीमैट खाता
- डीमैट खाता खोलते समय अच्छे ब्रोकर का चयन करें जिनका ब्रोकरेज कम हो
- जेरोधा और अपस्टॉक इस के लिए अच्छे विकल्प हैं।
Trading and investing किसमें ज्यादा लाभ है
- SEBI के डेटा के हिसाब से सिर्फ 10% ट्रेडर ही ट्रेडिंग से पैसा कमा पाते हैं बाकी सब लॉस करते हैं.
- 70 से 80% लोगों के लिए सुरक्षित निवेश है, इतिहास के हिसाब से निवेश में स्टॉक मार्केट ने 12/15% तक का वार्षिक रिटर्न दिया है।
- SEBI के अनुसार 80% ट्रेडर पहले 1 साल में ही अपना सारा पैसा गंवा देते हैं जबकि SIP करने वाले लोगों को SIP का फायदा 5 साल के बाद दिखाई देना शुरू होता है.
Trading and investing tips for beginners
- अगर आप नए हैं तो अच्छे ब्लूचिप कंपनियों में निवेश से शुरू करें। SBI,Index Fund
- ट्रेडिंग करना चाहते हैं तो धीरे-धीरे सीखें, पहले पेपर ट्रेड करें और शुरुआत में ज्यादा पूंजी से ट्रेड न करें और न ही ओवर ट्रेड करें।
- जब तक समझ न आए ट्रेड न करें, कभी भी अहंकार या प्रतिशोध का ट्रेड न करें।
निष्कर्ष
याद रखे कि ट्रेडिंग पैसा बनाने का तरीका है और निवेश करना अमीर बनने का।
Trading and investing दोनों के अपने-अपने फायदे और नुकसान हैं। अगर आपके पास ज्ञान और समय की कमी है तो आप निवेश की तरफ जाइए, और अगर फुल फ्री टाइम है और सीखने के लिए समय है तो आप ट्रेडिंग की तरफ भी जा सकते हैं।