Table of Contents
परिचय
हां, भारत में ऐसी बहुत सारी कंपनियां हैं जो नियमित रूप से Dividend देती हैं, लेकिन आप शायद यह सोच रहे हैं कि कौन सी ऐसी कंपनियां हैं जहां आप निवेश करके हर महीने Dividend के जरिए कुछ पैसिव इनकम कमा सकें। और यह सिर्फ आपका ही नहीं, बल्कि सभी दीर्घकालिक निवेशकों का यही तरीका है धीरे-धीरे धनी होने का।
हालाँकि भारत में तो ऐसी कोई भी कंपनी नहीं है जो हर महीने नियमित Dividend देती है।इसका कारण यह है कि कंपनी डिविडेंड हर क्वार्टर के बाद ही देते हैं और यह हर तीन महीने के बाद संभव होता है, पर तनाव मत लीजिए हम आपको यहाँ पर इसका समाधान बताएंगे कि किस तरह से आप स्टॉक मार्केट में निवेश करके हर महीने नियमित डिविडेंड ले सकते हैं।
इंडिया में मंथली डिविडेंड इनकम की सच्चाई
- किसी भी भारतीय कंपनी ने आज तक हर महीने नियमित डिविडेंड नहीं दिया है मतलब कि साल में 12 बार,
- जो भी कंपनियाँ डिविडेंड देती हैं, वो साल में 3/4 बार डिविडेंड देती हैं, फिर चाहे वो निफ्टी 50 का हिस्सा हों या नहीं। जैसे कि कोका कोला जैसी कंपनियाँ साल में आम तौर पर 3 बार डिविडेंड देती हैं और वेदांता 4 बार देती है।
- आप अपने पोर्टफोलियो में कुल 12 से 15 कंपनियाँ रखें जो कि अलग-अलग महीने पर लाभांश देती हों।
स्टेबल डिविडेंड देने वाली कंपनियाँ
Source:NSE,BSE,Moneycontrol
कंपनी | सेक्टर | डिविडेंड यील्ड |
कोल इंडिया | कोइला मोनोपोली | 8/9% |
पावरग्रिड कॉर्पोरेशन | पावर सेक्टर | 6/7% |
हिंदुस्तान जिंक | धातु | 6.2% |
आईओसी | तेल और गैस | 5.8% |
एनएमडीसी | खनन | 5.5% |
Vedanta | धातु | 5.3% |
ओएनजीसी | तेल और गैस | 4.8% |
आईटीसी | एफएमसीजी | 4.1% |
एसबीआई | बैंकिंग | 3.9% |
एनटीपीसी | पावर | 3.7% |
Vedanta में निवेश करना थोड़ा जोखिम भरा हो सकता है ज़्यादा कर्ज होने के कारण,
मंथली इनकम बनाने का बेस्ट मेथड

- डिविडेंड रोटेशन पोर्टफोलियो
- जैसे कि कोई कंपनी जनवरी में डिविडेंड देती है और कोई फरवरी में, वैसे ही डिविडेंड देने वाले शेयर खरीदें।
- उदाहरण=जनवरी में ITC,Hindustan Zinc
- फरवरी में=NTPC, SBI
- अगस्त/नवंबर=Coal India, Powergrid corporation
- अगर आप इस तरीके से 15 स्टॉक्स को भी अपने पोर्टफोलियो में रखते हैं तो आप साल में सामान्यता 10 बार डिविडेंड ले सकते हैं
SWP (Systematic withdrawal plan) + dividend
- धीरे धीरे करके या एक बार में पैसा लगाकर 20 लाख रुपये 8 डिविडेंड स्टॉक्स में लगाएं, औसत डिविडेंड यील्ड 5/6% है। एक साल में 1 लाख 10 हजार तक का आदर्श डिविडेंड और हर महीने 6000/6500 तक की आय।
Dividend ETF+REITs/InvITs
- Dividend ETF=इंडिया में डिविडेंड यील्ड ETF 6.1%
- REITs=एमबसी ऑफिस पाक्स (3.2/शेयर तिमाही)
- InvITs=PowerGrid InvITs (2.5/युनिट तिमाही)
इन गलतियों से बचें
- पैनी स्टॉक्स: ज्यादा डिविडेंड यील्ड देने वाले पैनी स्टॉक्स में निवेश न करें जैसे कि टापरिया टूल्स,
- अस्थिर लाभांश: आमतौर पर 10% से ज्यादा लाभांश यील्ड सुरक्षित नहीं माना जाता है यह वित्तीय समस्या का संकेत हो सकता है.
- जैसे कि 2019 में वोडाफोन आइडिया के साथ हुआ था.
10 साल के Dividend ट्रैक रिकॉर्ड विजेता
स्टॉक | एवरेज डिविडेंड यील्ड | CAGR रिटर्न |
ITC | 4.8% | 12.3% |
Powergrid corporation | 5.2% | 14.1% |
coal India | 7.1% | 8.9% |
10,000 रुपये मंथली Dividend के लिए कितना निवेश करना होगा
रणनीति | कुल निवेश करना होगा | टिप्पणी |
केवल डिविडेंड | 24 लाख | 5% तक आदर्श लाभांश |
Dividend+SWP | 16 लाख | 25% SWP के साथ |
Reits +dividend | 18 लाख | 6.5% मिक्स डिविडेंड यील्ड |
महत्वपूर्ण कदम

- स्टॉक स्क्रीनिंग करें Screener.in पर फ़िल्टर लगाएं,
- dividend yield : 4%
- Payout ratio: 80%
- debt/equity:1
- अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदें जिससे सभी महीनों में आपको डिविडेंड मिल सके।
- DRIP:डिविडेंड पुनर्निवेश योजना का उपयोग करें जिससे कंपाउंडिंग और तेजी से काम कर सकें,
लाइव एक्ज़ाप्मपल
यहाँ मैं किसी और की नहीं बल्कि खुद के उदाहरण देना चाहूँगा क्योंकि मैं भी सबसे ज्यादा डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स ही खरीदता हूँ क्योंकि सब अमीर लोगों के अमीर बनने में डिविडेंड का एक बहुत अहम रोल होता है। फिर भले आप निवेश के गॉडफादर वॉरेन बफेट की बात करें या भारत में रेखा झुनझुनवाला की, जो लेट झुनझुनवाले जी की पत्नी हैं, सभी की आमदनी का सिक्रेट डिविडेंड ही है।

अब मेरी बात करते हैं, मैंने 2022 में टाटा स्टील के 1000 स्टॉक्स लिए थे 90 रुपये के आस-पास, हालाँकि उसके बाद भी लिए लेकिन तबसे लेकर अब तक टाटा स्टील ने 100 का तो डिविडेंड दे दिया है और मैं हमेशा DRIP का उपयोग करता हूँ और डिविडेंड को हमेशा पुनर्निवेश करता हूँ। और आज मेरे पास टाटा स्टील के 2500 शेयर हैं और इस बार कंपनी ने 3.60 रुपये का डिविडेंड दिया है और मुझे 8000 रुपये तक की पैसिव इनकम बन गई है। और पांच साल के बाद आप सोचिए कि कितना डिविडेंड मिलेगा।
निष्कर्ष
इंडिया में हर महीने डिविडेंड मिल सकता है बस आपको इसके लिए अलग-अलग कंपनियों के शेयर खरीदने होते हैं जिससे आपको ना सिर्फ हर महीने डिविडेंड मिलता है बल्कि पोर्टफोलियो डाइवर्सिफाई होने के कारण आपका रिस्क भी कम हो जाता है।
डेटा शरोत
Moneycontrol,trendline,NSE स्टॉक मार्केट और म्यूचुअल फंड में पिछले रिटर्न कभी भी भविष्य के रिटर्न की गारंटी नहीं देते हैं। किसी भी तरह के निवेश करने के लिए किसी SEBI पंजीकृत से सलाह लें।